मोदी जी की बात तो वही लगती है जो हमारे उप्र में कही जाती है "गुड खाए गुल गुले से परहेज "। यही उदारीकरण कांग्रेस ने चलाया और आज मोदी जी वही कर रहे है पर कांग्रेस को गलत बता रहे है ।
मोदी जी की बड़ी उपलब्धि "जन धन योजना "
अब जरा हम यहाँ देखे तो पता चलता है मोदी जी के 95% खाते सरकारी बैंक में खुले है । अब जरा थोड़ा पीछे जाये तो पता चलता है इन सभी बैंक का राष्ट्रीयकारण इंदिरा गांधी जी ने किया था "देश के प्रमुख चौदह बैंकों का राष्ट्रीयकरण 19 जुलाई सन् 1969 ई. को किया गया। ये सभी वाणिज्यिक बैंक थे। इसी तरह 15 अप्रैल सन 1980 को निजी क्षेत्र के छ: और बैंक राष्ट्रीयकृत किये गये। इन सभी बीस बैंकों की शाखायें देशभर में फैली हैं। वर्तमान में कुल 27 राष्ट्रीयकृत बैंक हैं।"
मोदी जी के मंत्री कहते है की उनके राज में 10 बार पेट्रोल के दाम गिरे बिकुल सही बात बोली लेकिन क्या इसमें उनका कोई रोल था ?
मोदी जी की जिस प्रधानमंत्री को आप प्रंधानमंत्री नही मानते उनकी ही बनायीं बड़ी कंपनी को बेच कर खा रहे है
मोदी जी बच्चा जब रोता है न तो वो बातो से नही होता उससे खाना देना पड़ता है और हमारे देश में न जाने कितने बचे रोज भूखे सोते है और आप अमरीका 5 दिन बिना काम रुके रहते है उन्ही पैसो को इन्ही बचो को मिल जाते तो शायद वो बच्चे काफी दिन तक अपनी भूख मिटा लेते । चलिए आपको दिखाने का शोक है आप दिखाए गरीब होने का नाटक न करे।
एक बात किसान की ……
आज किसान आत्महत्या के मामले सामने आ रहे है । इसकी शुरुआत भारत में किसान आत्महत्या 1990 के बाद पैदा हुई स्थिति है जिसमें प्रतिवर्ष दस हजार से अधिक किसानों के द्वारा आत्महत्या की रपटें दर्ज की गई है।
1997 से 2006 के बीच 1, 66,
304 किसानों ने आत्महत्या की। भारतीय कृषि बहुत हद तक मानसून पर निर्भर है तथा मानसून की असफलता के कारण नकदी फसलें नष्ट होना किसानों द्वारा की गई आत्महत्याअों का मुख्य कारण माना जाता रहा है।
(तिवारी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस द्वारा पिछले सप्ताह दिए गए बयान के हवाले से कहा, "हमने सूखे के कारण हुए 60,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है, लेकिन राज्य सरकार ने केंद्र से मात्र 4,000 करोड़ की राहत मांगी है. इतने में नुकसान की भरपाई कैसे हो पाएगी?"
वीजेएएस के सचिव मोहन जाधव ने कहा कि इस साल विदर्भ में 1,000 से ज्यादा किसान अब तक आत्महत्या कर चुके हैं, जबकि मराठवाड़ा में 1,200 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। )
2014 की बात की जाए तो इस वर्ष 569 किसानों ने आत्महत्या की थी
आज भी किसान की वही हालत है मोदी जी जो विकास करना चाहते है वो पर्यावरण के खिलाफ है जो आज हम देख रहे है 1 मार्च से लगतार बारिश हो रही है कितने गेहूँ के खेत बर्बाद हो गए इसके लिए मोदी जी आप क्या करोगे। क्रिकेट टीम को बधाई देना नही भूलते लेकिन अपने देश के किसान का जरा भी नही सोचते। आप अडानी , अंबानी का कर्ज माफ़ करते है और देश के किसान की जमीन तक ले लेते है। मोदी जी बस करो गरीबी का नाटक। आपका विकास किसके लिए है ? आप के विकास से क्या मिलेगा किसान को ? क्या आप इस विकास से गरीबी दूर करेंगे ?
और आपकी योजना किसान के मरने के बाद की है उसको जीते-जीते क्या करोगे आप ?
मोदी जी आपके लल्ला(विकास) को थोड़ा देश की किसान की हालत भी दिखा दे जिससे आपका लल्ला इनका भी कुछ भला कर सके
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