2015-16 का आम बजट इस बजट को आम से पूरी तरह से खास बाना दिया मोदी जी ने। पहले तो भूमि अधिकरण का कानून बनाया फिर जब मोदी पता चल गया जमीन लेने के बाद किसान "आत्मा हत्या " कर लेगा तो उससे एक बीमा दे दिया। वहा ! मोदी जी "पहले मारो फिर थोड़ी सी दवा दो जो मरने के बाद लग सकती है"।
हमारे वित्त मंत्री जी बोलते है
"कुछ तो फूल खिलाए हमने और कुछ फूल खिलाने हैं, मुश्किल ये है कि
बाग में अब तक कांटे कई पुराने हैं।"
यहाँ कोनसे काटे पुराने है मंत्री जी। आपका इशारा हमरे देश के किसान की तरफ है न मंत्री जी। वो तो हम आपके कानून से समझ गए थे।
जरा थोड़ी सी बात रेल बजट की भी कर लेते है। यहाँ प्रभु जी ने तो बचो वाला काम कर दिया जैसे हम लोग किया करते है
" आज खूब मस्त मस्त चीज़ खाएंगे , कोई पैसा कहा है तो चुप हो जायेगे " वही हाल हमारे रेल मंत्री जी का है।
आम बजट में है क्या - क्या ?
इनकम टैक्स
में बदलाव नहीं। इनकम टैक्स का स्लैब पुराने वाला ही रहेगा। मिलने वाली छूट
जारी रहेगी।
- सर्विस टैक्स को
12.36 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी किया गया 2 फीसदी अतिरिक्त सरचार्ज लगेगा। खाना, फोन, मनोरंजन, हर चीज होगी महंगी।
- कॉरपोरेट टैक्स का
रेट 30 फीसदी है, जिसे अगले 4 साल में 25 फीसदी किया जाएगा। कॉर्पोरेट टैक्स में पांच फीसदी छूट मिलेगी। साथ ही रिबेट का भी विकल्प।
- कालाधन पर जुर्माना 300 प्रतिशत लगाया जायेगा,
-2015.16 का रक्षा बजट 2.46 लाख करोड़ रूपये, स्वास्थ्य के लिए 37152 करोड़ रूपये, शिक्षा के लिए 68,000 करोड़ रूपये से ज्यादा का प्रावधान. समन्वित बाल विकास योजना के लिए 1500 करोड़ रूपये,समन्वित बाल संरक्षण योजना के लिए 500 करोड़ रूपये और प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के लिए 3000 करोड़ रूपये का प्रावधान
- चालू वित्त वर्ष में राजोषीय घाटे को 4.1 प्रतिशत रखने का लक्ष्य हासिल किया जायेगा, दो की बजाए तीन साल में तीन साल में 3 प्रतिशत रखने का लक्ष्य
- बिहार और पश्चिम बंगाल को विशेष मदद दी जाएगी.
- अगर टैक्स कलेक्शन बढ़ा तो मनरेगा में 5 हजार करोड़ रुपए और दिए जाएंगे
ये कुछ खास बात बजट की इसमें गरीबो पर वाला टैक्स "सर्विस टैक्स" बड़ा मोदी जी ने , इससे हर चीज़ मंहगी हो जाएगी और कॉरपोरेट टैक्स घटा
दिया लगता है हमरे कॉरपोरेट के लोग जयदा गरीब है इस देश आम आदमी
से।
काले धन लिए
एक कानून अब अपने 300 गुना जयदा पैसे लोगे तो अब मान ले न की 15 X 300 लाख यानि 4500 लाख हर एक देशवासी
को मिलेगा।
मनरेगा का तो अपने
मज़ाक बना दिया तो उस पर तो कोई बात ही नही। अपने "सिंचाई लिए पैसे दिए वो तो अब ख़राब हो जायेगे क्युकी आप किसान की जमीन ही ले लोगे तो सिंचाई कहा होगी"।
आप इसमें भी राजनीती
दाल दिए बिहार चुनाव बिहार को विषेश मदद आप पहले भी कर सकते थे
बजट के बाद लोगो
की राय " मोदी जी ले डूबे " मोदी जी अपने लला("विकास") के लिए बहुत किये देश गरीब के लला के लिए
और महंगाई बड़ा दिए।
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